विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग से संबंधित कनाडा के प्राकृतिक संसाधन विभाग के साथ समझौता ज्ञापन
कनाडा के प्रधान मंत्री की यात्रा के दौरान, एच.ई. भारत में परमाणु ऊर्जा विभाग के श्री जस्टिन ट्रूडो ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग के संबंध में कनाडा के प्राकृतिक संसाधन विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। भारत सरकार की ओर से डीएई सचिव और एईसी के अध्यक्ष डॉ. शेखर बसु ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और कनाडाई प्रधान मंत्री की उपस्थिति में किया गया। दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में डीएई सचिव ने भी भाग लिया।
यह समझौता ज्ञापन कनाडा के साथ अनुसंधान और विकास गतिविधियों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक व्यापक रूपरेखा व्यवस्था है। समझौता ज्ञापन नई सामग्री के विकास और परीक्षण, उन्नत पीएचडब्ल्यूआर के डिजाइन, निरीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रमों सहित रिएक्टर प्रणालियों के संरचनात्मक घटकों, परिचालन जानकारी साझा करने, विकिरण आइसोटोप प्रौद्योगिकी के गैर-शक्ति अनुप्रयोग आदि के क्षेत्रों पर आपसी परामर्श की सुविधा प्रदान करता है। संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं, वैज्ञानिकों और तकनीकी विशेषज्ञों के आदान-प्रदान और बैठकों, सम्मेलन और कार्यशालाओं के आयोजन के माध्यम से सुविधा प्रदान की गई। समझौता ज्ञापन 5 वर्ष की अवधि के लिए वैध होगा और आपसी परामर्श के माध्यम से इसे आगे नवीनीकृत किया जा सकता है।